मैलबर्न जैन संघ के प्रमुख नीतिन जोशी ने बताया कि परम पूजनीय जगवल्लभसूरीश्वर जी महाराज की मौजूदगी में 4 अगस्त को देरासर का शिलान्यास हो चुका है
अयोध्या में निर्मित राम मंदिर के शिल्पकार सोमपुरा समाज ने देरासर की डिजाइन तैयार की है सोमपुरा समाज मंदिर सहित आस्थास्थल निर्माण में पारंगत है तय कि गई डिजाइन के साथ शिल्पकार रात-दिन काम कर रहे हैं
आस्ट्रेलिया में मकराना मार्बल पत्थर व अन्य सामग्री गुजरात से जलमार्ग द्वारा भेजी जायेगी तथा निर्माण में सीमेन्ट व लोहे का प्रयोग वही होगा
राजस्थान के मार्बल पत्थर की खास बात-
1.भुगर्भ शास्त्रियो व पत्थर के जानकारो का कहना है कि मकराना का मार्बल विश्व में सबसे पुराना है
2.यह सबसे बेहतरीन किस्म का मार्बल है
3. यह 90% से ज्यादा शुद्ध कैल्शियम कार्बोनेट है जिसमें पानी की सीपेज बिल्कुल नही होती
4.यह नक्काशी के लिए अच्छा होता है
जैन देरासर की खास बात-
1.इसके लिए गुजरात से 600 से अधिक शिल्पकार आस्टट्रिया के मैलबर्न जायेंगें
2.1500 टन मार्बल का उपयोग होगा
3.इसकी उम्र 1000 साल से अधिक होगी
4.यह आस्ट्रेलिया का सबसे बड़ा शिखरबद्ध देरासर है
5.यह देरासर 55 फुट ऊंचा, 54 फुट चौडा और 72 फुट लम्बा है
राजस्थान मकराना के मार्बल पत्थर का प्रयोग भारत के राम मंदिर, नयी संसद, पुरानी संसद तथा ताजमहल आदि में किया गया है
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