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यदि घर में शान्ति चाहते हो तो वास्तु के इन नियमो का पालन करो

 


वास्तु शास्त्र 

हमारे दैनिक जीवन के कार्यों में ज्यादातर वास्तु का विभिन्न प्रकार से हमेशा ही योगदान रहा है हमारे जीवन में वास्तु का बहुत महत्त्व हैं, जिससे हम अपने जीवन में कुछ सरलता ला पाते हैं।। जिससे हमें कुछ राहत महसूस होती हैं।।।

कई बार हम दिन-रात कड़ी मेहनत करते हैं इसके बाबजूद भी हमें सफलता नहीं मिलती जैसा कि हम चाहते हैं यदि कुछ मिलती भी है तो बहुत कठिनाईयों के बाद। ऐसा होने के कई कारण हो सकते हैं,जिनमें घर में वास्तुदोष भी एक बड़ा कारण हो सकता है। वास्तु दोष उत्पन्न होने से घर में नकारात्मक ऊर्जा बढ़ने लगती है,जिसके कारण हमारे जीवन में दुःख और अशुभ घटनाएं घटित होने लगती हैं। इन सभी परेशानियों से छुटकारा पाने के लिए वास्तुशास्त्र में कई उपाय बताए गए हैं।


 इन वास्तु के कुछ नियमो को अपनाकर हम अपने समस्याओं को कुछ कम कर सकेंगे-यह इस प्रकार हैं:


1.घर में गलत दिशा में रखी गईं धार्मिक पुस्तकें वास्तु दोष का कारण बनती हैं। वास्तु के अनुसार धार्मिक पुस्तकों और ग्रंथों को हमेशा पश्चिम की तरफ ही रखना चाहिए। किसी दूसरी दिशा में, बेड के अंदर अथवा गद्दे या तकिये के नीचे धार्मिक पुस्तकें रखना शुभ नहीं होता।


2. यदि घर में लगातार तनाव या कलह का माहौल बना रहता है,तो सुबह घर की सफाई के उपरांत हल्दी को जल में घोलकर एक पान के पत्ते की सहायता से अपने सम्पूर्ण घर में छिडकाव करें, इससे घर में लक्ष्मी का वास तथा शांति भी बनी रहती है


3. दीप ज्योति से समस्त पाप नष्ट होकर जीवन में सुख-समृद्धि, आयु, आरोग्य एवं सुखमय जीवन में वृद्धि होती। गाय के घी का दीपक जलाने से आसपास का वातावरण रोगाणु मुक्त होकर शुद्ध हो जाता है। अपने घर के मन्दिर में घी का एक दीपक नियमित जलाएं तथा घंटी भी बजाना चाहिए जिससे सभी प्रकार की नकारात्मक ऊर्जा घर से बाहर निकलती है। इसी तरह घर में शंख रखने और बजाने से घर का वास्तुदोष दूर होता है।


4. घर में सफाई हेतु रखी झाडू को दरवाजे के पास नहीं रखें। यदि झाडू के बार-बार पैर लगता है, तो यह धन-नाश का कारण होता है। झाडू को कभी भी गन्दी जहां पर न रखें और न ही इसके ऊपर कोई वजनदार वस्तु भी नहीं रखें।


5. अपने घर में दीवारों पर सुन्दर, हरियाली से युक्त और मन को प्रसन्न करने वाले चित्र लगाएं। इससे घर के मुखिया को होने वाली मानसिक परेशानियों से निजात मिलती है।परिवार में एकता बनाए रखने के लिए लिविंग रूम में फैमली फोटो लगाएं।


6. वास्तुदोष के कारण यदि घर में किसी सदस्य को रात में नींद नहीं आती या स्वभाव चिड़चिड़ा रहता हो, तो उसे दक्षिण दिशा की तरफ सिर करके शयन कराएं। इससे उसके स्वभाव में बदलाव होगा और अनिद्रा की स्थिति में भी सुधार होगा।


7. अपने घर के मन्दिर में देवी-देवताओं पर चढ़ाए गए पुष्प-हार दूसरे दिन हटा देने चाहिए और भगवान को नए पुष्प-हार अर्पित करने चाहिए।अपने घर के पूजा घर में देवताओं के चित्र भूलकर भी आमने-सामने नहीं रखने चाहिए इससे बड़ा दोष उत्पन्न होता है।


8. घर के उत्तर-पूर्व में कभी भी कचरा इकट्ठा न होने दें और न ही इधर भारी सामान और मशीनरी रखें। अपने वंश की उन्नति के लिये घर के मुख्यद्वार पर अशोक के वृक्ष दोनों तरफ लगाएं।


9. अपने घर में ईशान कोण अथवा ब्रह्मस्थल में स्फटिक श्रीयंत्र की शुभ मुहूर्त में स्थापना करें। यह यन्त्र लक्ष्मीप्रदायक भी होता ही है, साथ ही साथ घर में स्थित वास्तुदोषों का भी निवारण करता है.


10. घर में किसी भी कमरे में सूखे हुए पुष्प नहीं रखने दें। यदि छोटे गुलदस्ते में रखे हुए फूल सूख जाएं, तो नए फूल लगा दें और सूखे पुष्पों को निकालकर बाहर फेंक दें।


11. सुबह के समय थोड़ी देर तक निरंतर बजने वाली ॐ नमः शिवाय की धुन या अपनी आस्था के अनुसार कोई भी मन्त्र की धुन घर में बजने दें ,इससे भी वास्तुदोष दूर होते हैं।


12. अपने घर के उत्तर-पूर्व कोण में हरी-भरी तुलसी का पौधा लगाएं,शाम के समय यहाँ एक घी का दीपक अवश्य लगाएं, तुलसी देवीलक्ष्मी का स्वरुप है,अतः नियमित रूप से अपने घर की सुख-शांति की प्रार्थना करें।


तो आज के इस लेख में हमने वास्तु शास्त्र से जुड़े कुछ रोचक जानकारियां और नियमों के विषय में जाना वास्तु शास्त्र के हिसाब से बिल्कुल सही माने जाते हैं।।।।

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